समूह 15 के तत्व :–
नाइट्रोजन परिवार या p ब्लॉक के तत्व:–
वे तत्व जिनका अंतिम इलेक्ट्रॉन वाह्य कोस के p उप कोश में प्रवेश करता है, p ब्लॉक के तत्व कहलाते हैं
इन तत्वों का सामान इलेक्ट्रॉनिक विन्यास np¹ से np⁶ है।
आवर्त सारणी के समूह 5A N,P,Ar,sb,bi तत्व आते हैं ,यह सभी तत्व नाइट्रोजन परिवार के तत्व कहलाते हैं।
उपलब्धता:–
फास्फोरस के अतिरिक्त इस वर्ग के अन्य सभी तत्व प्राकृत में अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं वायुमंडल में नाइट्रोजन का आयतन लगभग 78% खनिजों में यह तत्व सोडियम नाइट्रेट पोटैशियम नाइट्रेट के रूप में पाया जाता है p कैल्शियम फास्फेट तथा As, sb तथा bi अपने सल्फाइड अयस्को के रूप में पाए जाते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास :–
इस समूह के सभी तत्वों की वाह्य कोष का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns² ,np³ होता है।
Like as:–
7N – 1s²,2s²,2p³
भौतिक गुण :–
आवर्त सारणी के समूह 15 के गुणों में प्रदर्शित परिवर्तनों की व्याख्या नीचे की गई है
परमाणु आयतन तथा त्रिज्या :–
समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु संख्या में वृद्धि के साथ परमाणु आयतन तथा त्रिज्याये भी बढ़ती है, क्योंकि कोस की संख्या बढ़ती है।
भौतिक अवस्था:–
सामान्य ताप पर नाइट्रोजन एक गैस तथा शेष सभी तत्व ठोस हैं।
घनत्व:–
समूह में ऊपर से नीचे जाने पर घनत्व क्रमस: बढ़ता है ।
आयनन ऊर्जा:–
समूह से ऊपर से नीचे जाने पर आयनन ऊर्जा का मान घटता है नाभिक से दूरी बढ़ती है ।
धात्विक व्यवहार:–
इस समूह में धातु के गुण ऊपर से नीचे जाने पर बढ़ता है।
विद्युत ऋणात्मक:–
इस समूह में विद्युत ऋणात्मक का मान नाइट्रोजन से bi तक घटता है।
गलनांक तथा क्वथनांक:–
वर्ग में परमाणु क्रमांक बढ़ने के साथ-साथ परमाणु क्रमांक बढ़ते हैं ।
नाइट्रोजन :–
नाइट्रोजन समूह 15 का प्रथम तत्व है ,इसकी खोज सर्वप्रथम 1772 में रदरफोर्ड ने की थी।
बनाने की विधि:–
प्रयोगशाला विधि :–
प्रयोगशाला में नाइट्रोजन का निर्माण NaNo2 तथा NH4 cl के विलयन को गर्म करके किया जाता है, इन्हें गर्म करने पर पहले अमोनियम नाइट्रेट बनता है,
जो पुन: अपघटित होकर नाइट्रोजन निर्मित करता है
अन्य विधियां :–
1.अमोनिया द्वारा:–
अमोनिया को का कापर अक्साइड के साथ गर्म करने पर नाइट्रोजन प्राप्त होता है।
2. अमोनिया को क्लोरीन के साथ गर्म करने पर नाइट्रोजन बनता है।
3.डाई क्रोमेट द्वारा:–
अमोनियम डाई क्रोमेट को गर्म करने पर क्रोमिन अक्साइड तथा नाइट्रोजन बनता है।
4.यूरिया द्वारा :–
यूरिया Na No2 तथा Hcl अम्ल से कराने पर नाइट्रोजन बनता है ।
5.अमोनियम क्लोराइड को सोडियम नाइट्रेट के साथ गर्म करने पर नाइट्रोजन बनता है
नाइट्रोजन की योगिक:–
अमोनिया:–
नाइट्रोजन के यौगिक में अमोनिया प्रमुख योगिक है इसकी प्रकृति क्षारीय है 1774 में क्रिस्टले ने इसे अमोनियम क्लोराइड और बुझे हुए चूने को गर्म करके प्राप्त किया था।
एटमॉस्फेयर में अमोनिया गैस बहुत थोड़ी मात्रा में पाई जाती है ।
अमोनिया बनाने की विधि:–
1. अमोनियम क्लोराइड(NH4cl) को कैल्शियम डाइऑक्साइड[Ca (oH)२]के साथ गर्म करने पर अमोनिया बनता है।
2. अमोनियम क्लोराइड ,सोडियम हाइड्रोक्साइड(NaoH) के साथ गर्म करने पर NH3 बनता है।
अमोनिया बनाने की प्रयोगशाला विधि :–
प्रयोगशाला में अमोनिया गैस (NH4cl )अमोनियम क्लोराइड को बुझे हुए चूने के साथ गर्म करके बनाई जाती है।
उपकरण :–
अमोनिया गैस बनाने में प्रयुक्त उपकारण चित्र में प्रदर्शित हैं।
प्लास्क, बर्नर, स्टैंड,etc.
विधि :–
एक गोल बेदी के प्लास्क में अमोनियम क्लोराइड और कैल्सियम हाइड्रो ऑक्साइड[Ca (oH)2 ]लेते हैं।
प्लास्क को धीरे-धीरे गर्म करने पर अमोनिया गैस और जलवाष्प निकलती है यह गैस यह मिश्रण जब बिना बुझे हुए चूने की नली से होकर प्रवाहित होता है तो बिना बुझा हुआ चूना जलवाष्प को अवशोषित कर लेता है और अमोनिया गैस बाहर निकल जाती है।
सावधानिया:–
1.उपकरण वायु रोधी होना आवश्यक है ।
2.अमोनिया गैस की शुष्क करने के लिए बिना बुझे चूने का प्रयोग करते हैं।
इस गैस को शुष्क करने के लिए H²so4,etc. का प्रयोग करते हैं, क्योंकि यह पदार्थ अमोनिया गैस से रासायनिक क्रिया करते हैं।
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