वाष्पन (Evaporation) | वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) |
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यह एक भौतिक क्रिया है, जो किसी भी मुक्त सतह पर सम्भव है। | यह एक जैविक क्रिया है, जो सभी पादपों में सम्पन्न होती है। |
यह जीवित अथवा निर्जीव सतह पर भी हो सकता है। | यह जीवित कोशिकाओं में ही सम्पन्न होता है। |
इससे ताप नियन्त्रण नहीं होता है। | इसके द्वारा पादपों के शरीर का ताप नियन्त्रण होता है। |
इससे सतह शुष्क हो जाती है। | इससे पत्तियों तथा तरुण स्तम्भ की सतह नम हो जाती है, जो इन्हें सूर्य के प्रकाश से जलने से बचाती है। |
यह अवशोषण तथा रसारोहण क्रिया से कोई सम्बन्ध नहीं रखता है। | यह पादपों में खनिज-लवण का अवशोषण तथा रसारोहण में सहायक है। |
निष्कर्ष :
वाष्पन और वाष्पोत्सर्जन दोनों ही जल वाष्पीकरण की प्रक्रियाएँ हैं, लेकिन वाष्पन एक भौतिक क्रिया है, जबकि वाष्पोत्सर्जन एक जैविक क्रिया है जो पौधों के जीवन और ताप नियंत्रण में सहायक है।
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