स्वार्ट्स अभिक्रिया (Swarts Reaction) क्या है?
स्वार्ट्स अभिक्रिया एक महत्वपूर्ण रासायनिक अभिक्रिया है, जिसका उपयोग ऐल्किल फ्लुओराइड (Alkyl Fluoride) को तैयार करने के लिए किया जाता है।
स्वार्ट्स अभिक्रिया की परिभाषा:
ऐल्किल फ्लुओराइडों (Alkyl fluorides) को संगत क्लोराइड पर अकार्बनिक फ्लुओराइड जैसे Hg2F2 (मरक्यूरस फ्लुओराइड), AgF (सिल्वर फ्लुओराइड) या SbF3 (ऐन्टिमनी ट्राइफ्लुओराइड) की क्रिया द्वारा प्राप्त किया जाता है।
यह प्रक्रिया स्वार्ट्स अभिक्रिया (Swarts Reaction) कहलाती है।
सामान्य अभिक्रिया (General Reaction):
R–Cl + AgF → R–F + AgCl
या
R–Cl + SbF3 → R–F + SbCl3
स्वार्ट्स अभिक्रिया के प्रयोग (Uses of Swarts Reaction):
- स्वार्ट्स अभिक्रिया का उपयोग ऐल्किल फ्लुओराइड के निर्माण में किया जाता है, जो रसायन विज्ञान, औषधि निर्माण और फ्लोरोकार्बन उत्पादन में उपयोगी होते हैं।
- यह अभिक्रिया ऑर्गेनिक फ्लोरीनेशन (Organic fluorination) के लिए एक प्राचीन लेकिन प्रभावी विधि मानी जाती है।
- रासायनिक विश्लेषण तथा अनुसंधान प्रयोगशालाओं में यह अभिक्रिया एक महत्वपूर्ण तकनीक है।
- फार्मास्युटिकल उद्योग में कुछ दवाओं के निर्माण में ऐल्किल फ्लुओराइड एक आवश्यक इंटरमीडिएट होता है।
निष्कर्ष:
स्वार्ट्स अभिक्रिया एक आसान एवं प्रभावी प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से हैलोऐल्केन को फ्लुओरोऐल्केन में बदला जाता है। यह अभिक्रिया कक्षा 12, JEE, NEET तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।
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