श्रीराम शर्मा (Shri Ram Sharma) का जीवन परिचय, रचनाएं, साहित्यिक योगदान
श्रीराम शर्मा का जीवन परिचय:
जन्म: 20 सितंबर 1911
जन्म स्थान: आंवलखेड़ा, आगरा (उत्तर प्रदेश)
पिता: श्री पंडित रूपकिशोर शर्मा
माता: श्रीमती दानकुंवारी देवी
मृत्यु: 2 जून 1990
भाषा: सरल, सशक्त, प्रवाहपूर्ण
शैली: चित्रात्मक, आत्मकथात्मक, विवेचनात्मक
प्रारंभिक जीवन और आध्यात्मिक शिक्षा:
पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ, परंतु वे जात-पांत से ऊपर उठकर मानवता की सेवा में जुटे। मात्र 9 वर्ष की उम्र में उन्हें पं. मदन मोहन मालवीय द्वारा गायत्री मंत्र से दीक्षा मिली।
1926 में स्वामी सर्वेश्वरानंदजी से दिव्य प्रेरणा प्राप्त कर उन्होंने 24 वर्षों तक 24 लाख गायत्री मंत्र का जाप (महापुरश्चरण) किया। इस अवधि में वे हिमालय की चार यात्राएँ कर चुके थे और स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया।
साहित्यिक योगदान:
आचार्य जी ने अपने लेखन से अंधविश्वास, रूढ़ियों और नकारात्मक प्रवृत्तियों को चुनौती दी। उन्होंने "अखंड ज्योति" मासिक पत्रिका की शुरुआत 1940 में की।
उन्होंने वेद, उपनिषद, पुराण, दर्शन, गीता, व्याकरण, निरुक्त, ब्राह्मण ग्रंथों का हिंदी में अनुवाद और व्याख्या की। इस कार्य के लिए उन्हें "वेदमूर्ति" की उपाधि दी गई।
प्रमुख रचनाएँ:
- शिकार साहित्य
- सन् बयालीस के संस्मरण
- प्राणों का सौदा
- जंगल के जीव
- प्रज्ञा पुराण
- विचार क्रांति अभियान साहित्य
- क्रांतिधर्मी साहित्य (40 पुस्तकें)
श्रीराम शर्मा आचार्य ने 3000 से अधिक पुस्तकें लिखीं जिनमें जीवन दर्शन, मनोविज्ञान, योग, स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बाल विकास, चिंतन आदि विषय शामिल हैं।
मृत्यु और विरासत:
1984-86 के दौरान उन्होंने सूक्ष्म आकार साधना की। 2 जून 1990 को उन्होंने देह त्याग किया। 1991 में भारत सरकार ने उनके नाम पर एक डाक टिकट जारी किया।
उनकी पत्नी माता भगवती देवी शर्मा ने उनके बाद अश्वमेध यज्ञों के माध्यम से युग परिवर्तन का कार्य आगे बढ़ाया।
धार्मिक और सामाजिक विचारधारा:
श्रीराम शर्मा का उद्देश्य था – “हम बदलेंगे – युग बदलेगा”। उन्होंने मानवता, समानता और आत्मोत्थान की अलख जगाई। वे गायत्री परिवार के संस्थापक थे और शांतिकुंज, हरिद्वार को विश्वव्यापी आध्यात्मिक और सामाजिक केंद्र बनाया।
FAQ - अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- Q. श्रीराम शर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ?
A. 20 सितंबर 1911 को आंवलखेड़ा, आगरा (उत्तर प्रदेश) में। - Q. श्रीराम शर्मा की प्रमुख रचनाएँ कौन-सी हैं?
A. शिकार साहित्य, सन् बयालीस के संस्मरण, प्रज्ञा पुराण, प्राणों का सौदा, विचार क्रांति साहित्य। - Q. श्रीराम शर्मा को किस उपाधि से सम्मानित किया गया?
A. वेदमूर्ति - Q. उनका निधन कब हुआ?
A. 2 जून 1990
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