Header Ads Widget

धर्मवीर भारती का जीवन परिचय | रचनाएं, नाटक, भाषा शैली और साहित्यिक योगदान

धर्मवीर भारती का जीवन परिचय, रचनाएं, नाटक, कहानी, भाषा शैली, पत्रिका

धर्मवीर भारती का जीवन परिचय:

जन्म: 25 दिसंबर 1926
जन्म स्थान: इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
शिक्षा: इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी में M.A. और पी.एच.डी.
पिता का नाम: श्री चिरंजीलाल
कार्य: साहित्यिक पत्रिका ‘धर्मयुग’ के संपादक (1959-1987), इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य
सम्मान: पद्मश्री (1972), व्यास सम्मान सहित अन्य कई पुरस्कार
मृत्यु: 4 सितंबर 1997

धर्मवीर भारती की प्रमुख रचनाएं:

  • उपन्यास: गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा
  • नाटक: अंधायुग (काव्य नाटक), नदी प्यासी थी (एकांकी)
  • कहानी संग्रह: बन्द गली का आखिरी मकान
  • निबंध संग्रह: ठेले पर हिमालय, कहनी अनकही, पश्यंती
  • आलोचना: सिद्ध साहित्य, मानव मूल्य और साहित्य
  • काव्य ग्रंथ: ठंडा लोहा, कनुप्रिया, सात गीत, वर्षा
  • रिपोर्ताज: ब्रह्मपुत्र की मॉर्चेबंदी
  • अनूदित: देशान्तर

धर्मवीर भारती का साहित्यिक परिचय:

धर्मवीर भारती समाज की सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक विसंगतियों को अपनी रचनाओं के माध्यम से उजागर करते हैं। उनकी प्रारंभिक कविताएं शौर्य और भावुकता से प्रेरित हैं। उनके काव्य में उदासी, संवेदना, और जीवन की गहराई देखने को मिलती है। दर्शन की व्यापकता भले कम हो, पर रचनात्मक प्रवाह, संप्रेषण और आकर्षण अत्यंत प्रभावशाली है।

धर्मवीर भारती की भाषा शैली:

इनकी भाषा शुद्ध, परिमार्जित खड़ीबोली है जिसमें संस्कृत, अंग्रेज़ी, उर्दू के साथ-साथ देशज शब्दों और मुहावरों का सुंदर समावेश किया गया है। मुहावरों का प्रयोग जैसे – "शैतान की आंख", "चांद-तारों से बात करना" – इनकी भाषा को सजीव और प्रवाहशील बनाता है।

धर्मवीर भारती की शैली:

इनकी शैली सरस, प्रवाहमयी एवं प्रभावशाली है। तद्भव, तत्सम और विदेशी शब्दों का संतुलित प्रयोग तथा गद्य-काव्य में नवाचार की छाप उनके साहित्य को विशेष बनाती है।

महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQ):

  • प्रश्न: धर्मवीर भारती का जन्म कब और कहां हुआ था?
    उत्तर: 25 दिसंबर 1926, इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) में।
  • प्रश्न: धर्मवीर भारती का निधन कब हुआ?
    उत्तर: 4 सितंबर 1997
  • प्रश्न: धर्मवीर भारती किस पत्रिका के संपादक थे?
    उत्तर: साप्ताहिक ‘धर्मयुग’ के संपादक थे।

अन्य संबंधित रचनाएँ:

टेलीग्राम पर जुड़ें: https://t.me/+0zYeGVKCb0g1OWJl

Post a Comment

0 Comments