श्रीराम शर्मा का जीवन परिचय (Shri Ram Sharma Biography in Hindi)
श्रीराम शर्मा हिंदी साहित्य के एक प्रसिद्ध लेखक, पत्रकार और शिकार-साहित्य के अग्रणी रचनाकार थे। उन्होंने अपने जीवन में साहित्य, पत्रकारिता और राष्ट्रीय चेतना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया।
उनका जन्म 23 मार्च 1892उत्तर प्रदेश के मैनपुरीकिर्थराइलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.ए. की डिग्री प्राप्त की।
श्रीराम शर्मा बचपन से ही आत्मविश्वासी और साहसी प्रवृत्ति के थे। उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना प्रबल थी। उन्होंने शिक्षण-कार्य भी किया और स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भाग लेकर जेल भी गए।
📰 साहित्यिक और पत्रकारिता परिचय:
श्रीराम शर्मा ने साहित्यिक जीवन की शुरुआत पत्रकारिता से की। वे लंबे समय तक ‘विशाल भारत’ पत्रिका के संपादक रहे। इसके अतिरिक्त उन्होंने गणेशशंकर विद्यार्थी के दैनिक पत्र ‘प्रताप’ में सह-संपादक के रूप में कार्य किया।
उनके लेखों में राष्ट्रवादी चेतना और जनभावनाओं को झकझोरने की शक्ति थी। उन्होंने शिकार-साहित्य को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त उन्होंने संस्मरण और आत्मकथा जैसे साहित्यिक विधाओं में भी उत्कृष्ट योगदान दिया।
उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा, और 1967
📚 श्रीराम शर्मा की प्रमुख कृतियाँ:
🦁 शिकार-साहित्य:
- प्राणों का सौदा
- जंगल के जीव
- बोलती प्रतिमा
- और शिकार
📖 संस्मरण-साहित्य:
- सेवा ग्राम की डायरी
- सन् बयालीस के संस्मरण
इन रचनाओं में उन्होंने अपने समय के समाज, जीवन और संघर्षों को अत्यंत रोचक व प्रभावशाली शैली में प्रस्तुत किया है।
🔚 निष्कर्ष:
श्रीराम शर्मा हिंदी साहित्य में पत्रकारिता, शिकार-साहित्य और संस्मरण लेखन के क्षेत्र में एक सम्माननीय नाम हैं। उनकी रचनाएं आज भी साहित्य प्रेमियों को प्रेरणा देती हैं।
0 Comments