जनन क्या है? परिभाषा एवं प्रकार | Reproduction in Hindi
जनन (Reproduction): प्रत्येक जीव अपने समान ही नया जीव या संतति उत्पन्न करता है, इस क्रिया को जनन कहा जाता है। जनन के माध्यम से पीढ़ियों में निरंतरता बनी रहती है और किसी जीव की मृत्यु के बाद भी उसकी जाति का अस्तित्व बना रहता है।
जनन के प्रकार (Types of Reproduction)
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1. अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction)
यह वह जनन है जिसमें दो जीवों की भागीदारी नहीं होती है। इसमें केवल एक ही जीव द्वारा संतान उत्पन्न होती है। इस प्रकार की संतति अनुवांशिक रूप से अपने जनक के समान होती है।
- कोई युग्मन क्रिया नहीं होती।
- संतति पूर्णतः जनक के समान होती है।
- उदाहरण: अमीबा, यीस्ट, हाइड्रा आदि।
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2. लैंगिक जनन (Sexual Reproduction)
इस प्रक्रिया में दो भिन्न जीव — नर और मादा — की भागीदारी होती है। दोनों के युग्मकों (गैमेट्स) के संयोग से नई संतति उत्पन्न होती है, जो अनुवांशिक रूप से माता-पिता दोनों से भिन्न होती है।
- युग्मन क्रिया आवश्यक होती है।
- संतति माता-पिता दोनों के गुणों को धारण करती है।
- उदाहरण: मानव, कुत्ता, मछली, पक्षी आदि।
निष्कर्ष (Conclusion)
जनन किसी भी जीव के अस्तित्व और जाति की निरंतरता के लिए आवश्यक प्रक्रिया है। यह दो प्रकार का होता है — अलैंगिक और लैंगिक, जिनकी विशेषताएँ और प्रक्रियाएँ एक-दूसरे से भिन्न होती हैं।
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