लैंगिक जनन क्या है? | Sexual Reproduction in Hindi
लैंगिक जनन वह प्रक्रिया है जिसमें दो जनक (एक नर और एक मादा) भाग लेते हैं और उनके युग्मकों (gametes) के संयोजन से एक नया जीव उत्पन्न होता है। यह एक जटिल, धीमी और विस्तृत प्रक्रिया होती है जिसमें अर्धसूत्री विभाजन (meiosis) और निश्चेतन (fertilization) होता है।
लैंगिक जनन की परिभाषा
जब किसी जनन प्रक्रिया में दो जीव जनक (नर और मादा) भाग लेते हैं और उनके युग्मकों (sperm और ovum) के संलयन (fusion) से नया जीव बनता है, तो इसे लैंगिक जनन कहते हैं।
लैंगिक जनन की विशेषताएँ
- इसमें दो अलग-अलग लिंग वाले जनक भाग लेते हैं।
- नर युग्मक और मादा युग्मक बनते हैं।
- अर्धसूत्री विभाजन द्वारा गुणसूत्रों की संख्या आधी हो जाती है।
- नवजात संतति आनुवंशिक रूप से विविध होती है।
- यह प्रक्रिया अधिक जटिल एवं समय लेने वाली होती है।
लैंगिक जनन की प्रक्रिया
- गैमेट का निर्माण (Gamete Formation): नर और मादा युग्मकों का निर्माण अर्धसूत्री विभाजन द्वारा होता है।
- निश्चेतन (Fertilization): नर और मादा युग्मकों का मिलन होता है जिससे युग्ननास (zygote) बनता है।
- भ्रूण विकास (Embryonic Development): युग्ननास विभाजित होकर भ्रूण में बदलता है और अंततः एक नया जीव विकसित होता है।
लैंगिक जनन के उदाहरण
- मनुष्य (Human)
- बंदर (Monkey)
- गाय (Cow)
- हिरण (Deer)
- कुत्ता (Dog)
निष्कर्ष
लैंगिक जनन जीवों में वंशानुगत विविधता लाता है और यह विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह अलैंगिक जनन की तुलना में अधिक जटिल और धीमी प्रक्रिया होती है लेकिन संतति में नवीनता लाता है।
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