पास्कल का नियम (Pascal's Law in Hindi) | परिभाषा, सूत्र, उपयोग
📘 पास्कल का नियम क्या है?
पास्कल का नियम कहता है कि— "जब गुरुत्व नगण्य हो तब पात्र में रखे तरल के किसी एक बिंदु पर यदि दाब में परिवर्तन किया जाए, तो यह परिवर्तन द्रव के सभी बिन्दुओं पर एवं पात्र की दीवारों पर समान रूप से बिना किसी हानि के संचरित होता है।"
इस नियम में तरल को स्थिर और गुरुत्व को नगण्य माना गया है।
📐 पास्कल के नियम का सूत्र:
दाब (Pressure) = बल (Force) / क्षेत्रफल (Area)
P = F / A
⚙️ पास्कल के नियम का उपयोग (Applications):
- हाइड्रोलिक लिफ्ट (Hydraulic Lift)
- हाइड्रोलिक ब्रेक (Hydraulic Brakes)
- हाइड्रोलिक प्रेस (Hydraulic Press)
🧪 सिद्धांत समझाइए:
एक हाइड्रोलिक सिस्टम में यदि किसी पिस्टन पर बल लगाया जाता है, तो वह दाब तरल माध्यम द्वारा दूसरे पिस्टन तक बिना किसी हानि के समान रूप से पहुंचता है।
यदि दूसरे पिस्टन का क्षेत्रफल पहले से 10 गुना ज्यादा हो, तो उतना ही दाब वहां 10 गुना अधिक बल उत्पन्न करता है। यही हाइड्रोलिक यंत्रों की कार्यप्रणाली का आधार है।
📌 निष्कर्ष:
पास्कल का नियम तरल माध्यम में दाब के एक समान वितरण का सिद्धांत है, जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर यांत्रिक प्रणालियों में होता है। यह नियम विशेष रूप से मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल, और फिजिक्स में महत्वपूर्ण है।
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