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मीटर सेतु क्या है? | मीटर ब्रिज का सिद्धान्त, कार्यप्रणाली व प्रयोग विधि | Meter Bridge in Hindi

मीटर सेतु क्या है? | Meter Bridge in Hindi

जिस प्रकार व्हीटस्टोन सेतु का प्रयोग अज्ञात प्रतिरोध को ज्ञात करने के लिए किया जाता है, ठीक उसी प्रकार मीटर सेतु (Meter Bridge) का उपयोग भी अज्ञात प्रतिरोध के मान को सरलता से ज्ञात करने के लिए किया जाता है।

📘 मीटर सेतु का सिद्धांत (Principle of Meter Bridge)

व्हीटस्टोन सेतु कम प्रतिरोधों के लिए उपयोगी होता है लेकिन बड़े प्रतिरोधों के लिए यह जटिल हो जाता है। इसलिए व्हीटस्टोन सेतु के ही सिद्धांत पर आधारित एक युक्ति मीटर सेतु बनाई गई जो इसका सरलतम रूप है। इसमें धारामापी (गैल्वानोमीटर) का उपयोग संतुलन बिंदु ज्ञात करने के लिए होता है।

📊 मीटर ब्रिज की संरचना (Structure)

  • 1 मीटर लम्बा कंस्टेंटन या मैगनिन तार
  • प्रतिरोध बॉक्स (Resistance Box)
  • अज्ञात प्रतिरोध (Unknown Resistance)
  • धारामापी (Galvanometer)
  • सेल और कुंजी
  • सर्पी कुंजी (Jockey)

मीटर सेतु में तार AC के दोनों सिरों पर धातु की L-आकार की पत्तियाँ लगी होती हैं, तथा तार के मध्य स्केल जुड़ा होता है जिससे लंबाई मापी जाती है।

🧪 मीटर सेतु की कार्यप्रणाली (Working of Meter Bridge)

  1. AC के सिरों पर बैटरी, कुंजी (K), और धारा नियंत्रक जोड़ें।
  2. प्रतिरोध बॉक्स में उचित R प्रतिरोध रखें और कुंजी K को बंद करें।
  3. सर्पी कुंजी को तार पर दाएं से बाएं खिसकाएं और वह बिंदु ज्ञात करें जहाँ धारामापी में विक्षेप शून्य हो — यही संतुलन बिंदु कहलाता है।
  4. संतुलन बिंदु की लंबाई को L मानें।

📐 सूत्र (Formula)

हम जानते हैं:

प्रतिरोध ∝ लंबाई
P/Q = L / (100 – L)

यदि R ज्ञात प्रतिरोध हो और S अज्ञात हो तो:

S = R(100 – L) / L

इस सूत्र में R = प्रतिरोध बॉक्स में लगाए गए मान, L = संतुलन बिंदु तक की लंबाई (से.मी.)

🧾 चित्र या परिपथ विवरण (Circuit Diagram)

प्रयोगशाला में प्रयोग करते समय मीटर ब्रिज का परिपथ नीचे दिए चित्र जैसा होता है:



🔍 FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1: मीटर सेतु किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

मीटर ब्रिज व्हीटस्टोन ब्रिज के सिद्धांत पर कार्य करता है।

Q2: मीटर ब्रिज में किस प्रकार के तार का प्रयोग किया जाता है?

कंस्टेंटन या मैगनिन जैसे धातुओं का प्रयोग किया जाता है क्योंकि इनकी प्रतिरोधकता स्थिर होती है।

Q3: संतुलन बिंदु किस स्थिति में प्राप्त होता है?

जब गैल्वानोमीटर में विक्षेप शून्य हो जाता है, तभी संतुलन बिंदु मिलता है।

Q4: मीटर ब्रिज से क्या ज्ञात किया जाता है?

मीटर ब्रिज की सहायता से अज्ञात प्रतिरोध का मान ज्ञात किया जाता है।

Q5: अज्ञात प्रतिरोध ज्ञात करने का सूत्र क्या है?

S = R(100 – L)/L — जहाँ R = ज्ञात प्रतिरोध, L = संतुलन बिंदु की लंबाई


📌 निष्कर्ष: मीटर सेतु विद्युत परिपथ में अज्ञात प्रतिरोध को ज्ञात करने के लिए एक सरल और प्रभावी प्रयोग है, जो भौतिकी की प्रयोगशाला में नियमित रूप से किया जाता है।

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