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बैटरियां क्या हैं? (Definition of Batteries)
बैटरियां ऐसे यंत्र हैं जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इन्हें विद्युत-रासायनिक सेल भी कहा जाता है। जब दो या दो से अधिक सेल को श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है तो उसे बैटरी कहते हैं।
अच्छी बैटरी के लक्षण:
- वजन में हल्की होनी चाहिए।
- स्थिर वोल्टता की विद्युत प्रदान करनी चाहिए।
- निर्माण लागत कम होनी चाहिए।
बैटरियों के प्रकार:
बैटरियों को उनके आवेश क्षमता के आधार पर दो प्रमुख भागों में बाँटा गया है:
1️⃣ प्राथमिक बैटरियां (Primary Batteries):
ऐसे सेल जिन्हें एक बार विद्युत ऊर्जा प्रदान करने के बाद पुनः आवेशित (Recharge) नहीं किया जा सकता, उन्हें प्राथमिक बैटरियां कहते हैं। इन बैटरियों में रासायनिक अभिक्रिया केवल एक दिशा में होती है। अतः इन्हें अनुत्क्रमणीय सेल (Non-reversible Cells) भी कहा जाता है।
उदाहरण: शुष्क सेल (Dry Cell), मर्करी सेल (Mercury Cell) आदि।
2️⃣ द्वितीयक बैटरियां (Secondary Batteries):
ऐसे सेल जिनमें रासायनिक अभिक्रियाएं अग्र और पश्च दोनों दिशाओं में हो सकती हैं, उन्हें द्वितीयक बैटरियां कहते हैं। इन्हें उत्क्रमणीय सेल (Reversible Cells) भी कहा जाता है। इन बैटरियों को कई बार चार्ज किया जा सकता है।
उदाहरण: सीसा संचायक सेल (Lead-acid battery), निकेल-कैडमियम सेल (Nickel-cadmium battery) आदि।
🔍 निष्कर्ष:
बैटरियां आज के समय में अनेक विद्युत उपकरणों की आत्मा हैं। इनका सही चुनाव उनके प्रयोग के आधार पर करना आवश्यक है। प्राथमिक बैटरियां सामान्य उपकरणों में तथा द्वितीयक बैटरियां मोबाइल, इन्वर्टर, लैपटॉप आदि में उपयोग की जाती हैं।
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