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हार्डी शुल्जे का नियम क्या है? | Hardy Schulze Law in Hindi with Example

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हार्डी शुल्जे का नियम क्या है? (Hardy Schulze Law in Hindi)

Hardy Schulze का नियम एक कोलॉयड रसायन (Colloidal Chemistry) से संबंधित नियम है, जो यह बताता है कि किसी कोलॉयड सॉल को स्कंदित (coagulate) करने की शक्ति उस आयन पर निर्भर करती है जो कोलॉयड के आवेश के विपरीत होता है।

🔬 नियम की परिभाषा:

“किसी सॉल को स्कंदित करने वाले आयन की स्कंदन क्षमता उसकी संयोजकता (valency) पर निर्भर करती है।” अर्थात स्कंदन क्षमता संयोजकता के साथ बढ़ती है।

📘 उदाहरण:

यदि हमारे पास As2S3 सॉल है जो एक ऋणावेशित सॉल है, तो इसके स्कंदन के लिए धनायनों (कटीऑन) की आवश्यकता होगी। Hardy-Schulze नियम के अनुसार स्कंदन क्षमता का बढ़ता क्रम होगा:

Na+ < Mg2+ < Al3+

अर्थात:

  • NaCl की स्कंदन क्षमता सबसे कम
  • MgCl2 की स्कंदन क्षमता उससे अधिक
  • AlCl3 की स्कंदन क्षमता सबसे अधिक

📌 निष्कर्ष:

कोलॉयड की स्थिरता को नष्ट करने (स्कंदन) में आयनों की संयोजकता मुख्य भूमिका निभाती है। इस नियम का प्रयोग कोलॉयड्स के व्यवहार को समझने में अत्यंत उपयोगी होता है।


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