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प्रगतिवादी युग की प्रमुख विशेषताएं ( pragativadi Yug ki visheshtayen)

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प्रगतिवादी युग की प्रमुख विशेषताएं लिखिए 


(1) धर्म, ईश्वरीय सत्ता आदि का विरोध 

(2) पूँजीपति वर्ग के प्रति घृणा का भाव  

(3) सामाजिक यथार्थ का चित्रण 

(4) नारी के प्रति यथार्थवादी दृस्टिकोण  

(5) राष्टीयता की भावना 

(6) आत्मनिर्भरता

(7) भाषा का विकास



प्रगतिवादी काल की अवधि :-


प्रगतिवादी काल की अवधि सन 1936 से 1943 तक मानी जाती है ।  


प्रगतिवादी का अर्थ :-


प्रगति का अर्थ है - चलना , आगे-बढ़ना , अर्थात वह वाद जो आगे बढ़ने मे विश्वास रखता हो । प्रगतिवाद साम्यवादी दृस्टिकोण को साहित्यिक विचारधारा के रूप मे स्वीकार किया गया है । 



प्रगतिवाद का दूसरा नाम क्या है? :-


आचार्य नंदु दुलारे वाजपेयी के शब्दो मे - '' प्रगतिवाद , उपयोगितावाफ का दूसरा नाम है । '' 


जबकी डॉ नागेन्द्र नामवर सिंह ने प्रगतिवाद को '' सामाजिक यथार्थवाद '' कहा है। इसके अतिरिक्त प्रगतिवाद को '' प्रगति का वाद भी '' कहा जाता है । 



प्रगतिवाद के प्रमुख कवि और उनकी रचनाएँ:-

                        


नागार्जुन = 'युगधारा' , 'समर्पण ' 


सुमित्रानन्दन पंत = ' युगवाणी ', 'ग्राम्या'


सूर्यकान्त त्रिपाटी निराला = 'कुकरमुत्ता'


त्रिलोचन = 'धरती' , ' मिट्ठी की बारात' 





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