UP बिजली उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर! सितंबर से बढ़ेंगे बिल
UP Electricity Bill Hike: उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए झटका है। सितंबर 2025 से आपके बिजली बिल में 2.34% की बढ़ोतरी होने जा रही है। इस बढ़ोतरी का कारण जून माह का ईंधन अधिभार शुल्क (Fuel Surcharge Adjustment) है, जिसे अब सितंबर के बिल में जोड़ा जाएगा।
बिजली महंगी क्यों हुई?
- जून महीने में महंगा कोयला और गैस से बिजली उत्पादन पर ज्यादा खर्च हुआ।
- इसका बोझ अब सितंबर 2025 के बिल में शामिल किया जाएगा।
- बिजली दरों में 2.34% तक वृद्धि का असर छोटे से बड़े सभी उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
लखनऊ में बड़ी राहत योजना
लखनऊ के जानकीपुरम जोन में बिजली आपूर्ति सुधारने के लिए 85 करोड़ रुपये की योजना पर काम शुरू हो गया है। इस योजना के तहत—
- कुल 89 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।
- करीब 3 लाख उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिलेगा।
- लो-वोल्टेज और बार-बार बिजली कटौती की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
आपके बिल पर कितना असर?
खपत | पहले का बिल | नया बिल (2.34% बढ़त के बाद) |
---|---|---|
100 यूनिट | ₹600 | ₹614 |
200 यूनिट | ₹1200 | ₹1228 |
300 यूनिट | ₹1800 | ₹1842 |
क्या है Fuel Surcharge Adjustment (FSA)?
जब बिजली बनाने की लागत (कोयला, गैस, डीजल आदि) बढ़ जाती है तो उसका असर उपभोक्ताओं पर FSA के रूप में डाला जाता है। यानी ईंधन महंगा → बिजली महंगी।
निष्कर्ष
सितंबर से उपभोक्ताओं को हल्का लेकिन निश्चित बोझ झेलना पड़ेगा। वहीं, लखनऊ जैसे क्षेत्रों में नई योजनाओं से बिजली आपूर्ति सुधरने की उम्मीद है। उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे बिजली की बचत करें ताकि बढ़े हुए बिल का असर कम हो।
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