महात्मा गांधी का जीवन परिचय
महात्मा गांधी एक ऐसा नाम है जिसे सुनते ही सत्य और अहिंसा की छवि सामने आ जाती है। उन्होंने जीवन में किसी को उपदेश देने से पहले उसे अपने ऊपर लागू कर दिखाया। उन्होंने कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी अहिंसा का मार्ग नहीं छोड़ा।
गांधी जी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे। वे सादा जीवन उच्च विचार के समर्थक थे और इस विचार को अपने जीवन में पूरी तरह अपनाया। उनके इन्हीं गुणों के कारण नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उन्हें “राष्ट्रपिता” कहा था।
📌 गांधी जी से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
- जन्म: 2 अक्टूबर 1869, पोरबंदर (गुजरात)
- माता-पिता: करमचंद गांधी (पिता), पुतलीबाई (माता)
- शिक्षा: इंग्लैंड से बैरिस्टरी की पढ़ाई
- पत्नी: कस्तूरबा गांधी
- संतानें: हरीलाल, मणिलाल, रामदास, देवदास
- राजनीतिक पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- प्रसिद्ध आंदोलन: चंपारण सत्याग्रह, खेडा सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन
- मृत्यु: 30 जनवरी 1948, नई दिल्ली (हत्या)
🧒 प्रारंभिक जीवन
गांधी जी का असली नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। उनका जन्म गुजरात के पोरबंदर शहर में हुआ था। उनके पिता करमचंद गांधी एक दीवान थे। माता पुतलीबाई धार्मिक विचारों की महिला थीं, जिनका प्रभाव गांधी जी पर गहरा पड़ा।
📚 शिक्षा
गांधी जी की प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर और राजकोट में हुई। 1887 में उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। बाद में इंग्लैंड जाकर 1888 से 1891 तक बैरिस्टरी की पढ़ाई की।
💍 विवाह
गांधी जी का विवाह मात्र 13 वर्ष की आयु में कस्तूरबा के साथ हुआ था। कस्तूरबा एक आदर्श पत्नी थीं, जिन्होंने गांधी जी के हर आंदोलन और कार्य में उनका साथ दिया।
🌍 अफ्रीका यात्रा और बदलाव
1893 में गांधी जी दक्षिण अफ्रीका गए, जहाँ उन्होंने भारतीयों पर हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाई। वहीं उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांतों का प्रयोग प्रारंभ किया।
🇮🇳 भारत लौटना और आजादी की लड़ाई
1915 में गांधी जी भारत लौटे। चंपारण, खेडा, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे आंदोलनों में उनकी अहम भूमिका रही।
🇮🇳 भारत का विभाजन और गांधी जी का दुख
1947 में भारत आजाद हुआ लेकिन साथ ही देश का विभाजन भी हुआ। गांधी जी विभाजन से बेहद दुखी थे और उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य करना जारी रखा।
☠️ गांधी जी की हत्या
30 जनवरी 1948 को एक कट्टरपंथी नाथूराम गोडसे ने बिरला हाउस (नई दिल्ली) में गांधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी। उनका अंतिम संस्कार राजघाट (दिल्ली) में किया गया।
📜 निष्कर्ष
महात्मा गांधी केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका जीवन हमें सत्य, अहिंसा, और आत्मबल का पाठ पढ़ाता है।
❓ FAQ – महात्मा गांधी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: महात्मा गांधी का असली नाम क्या था?
मोहनदास करमचंद गांधी।
Q2: महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता किसने कहा?
सुभाष चंद्र बोस ने 1944 में उन्हें राष्ट्रपिता कहा था।
Q3: गांधी जी की मृत्यु कब और कैसे हुई?
30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने उन्हें गोली मार दी।
Q4: गांधी जी का प्रमुख सिद्धांत क्या था?
सत्य और अहिंसा।
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