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फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम(flaming's left hand rule):–

विद्युत धारावाही चालक पर चुंबकीय बल की दिशा ज्ञात करने के नियम( rules of finding the direction of magnetic force on current caring conductor):–


चुंबकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर लगने वाले बल की दिशाएं धारा (i) तथा चुंबकीय क्षेत्र (B) की दिशाओं के लंबवत होती है इस बल की सही दिशा निम्न नियमों की सहायता से ज्ञात की जा सकती है।


 फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम(flaming's left hand rule):–



यदि हम बाएं हाथ के अंगूठे के पास वाली दोनों अंगुलियों को परस्पर लंबवत इस प्रकार फैलाए की पहली अंगुली चुंबकीय क्षेत्र (B) के दिशा में बीच वाली अंगुली धारा (i) की दिशा में हो तो अंगूठा चालक पर लगने वाला बल की दिशा को प्रकट करेगा।


 दाएं हाथ की हथेली का नियम (right hand palm rule):–



 यदि हम अपने दाएं हाथ का पूरा पंजा फैलाकर इस पर रख इस प्रकार रखें कि अंगूठा धारा(i) की दिशा में तथा फैली हुई अंगुलिया वाह्य चुंबकीय क्षेत्र (B)की दिशा में हो तो चालक पर लगने वाला बल हथेली के लंबवत बाहर की ओर होगा।


Q1 साइक्लोट्रॉन की सहायता से इलेक्ट्रॉनों को त्वरित नहीं किया जा सकता है क्यों?

Ans: इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान अत्यंत कम होता है अतः सुक्ष्म उर्जा वृद्धि पर ही यह बड़ी त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर गति करते हुए साइक्लोट्रॉन के डि आकार के बर्तन की दीवार से टकराने लगेगा और ऊर्जा ह्रास करेगा। अतः साइक्लोट्रॉन की सहायता से इलेक्ट्रॉनों को त्वरित नहीं किया जा सकता है।


एंपीयर का परपथिय नियम (ampere 's circuital law):–

चुंबकत्व में एम्पियर का परिपथ यह नियम स्थिर वैद्युतिकी मे गॉस के नियम के समान है। इस नियमानुसार किसी बंद परिपथ के अनुदिश चुंबकीय क्षेत्र के रेखीय समाकलन का मान उस पथ से घिरे पृष्ठ से गुजरने वाली कुछ धारा के मान का म्यू गुना होता है।


Q2. चुंबकीय क्षेत्र की उत्पत्ति का कारण क्या है? 

Ans : चुंबकीय क्षेत्र की मूल उत्पत्ति का कारण आवेशित कण की गति अथवा विद्युत धारा का प्रवाह है।

Q3. एक समान चुंबकीय क्षेत्र से क्या तात्पर्य है? उदाहरण दीजिए। 

Ans : जिस क्षेत्र में चुंबकीय बल रेखाएं समांतर एवं सम दूरस्थ हो ,तो वह एक समान चुंबकीय क्षेत्र होता है ।लंबी धारावाही परिनालिका के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र एक समान होता है।


Q4. चुंबकीय फ्लक्स घनत्व का अंतर्राष्ट्रीय पद्धति में मात्रक लिखिए।

Ans: चुंबकीय बल क्षेत्र अथवा चुंबकीय फ्लक्स घनत्व का मात्रक वेबर / मीटर² अथवा गॉस अथवा न्यूटन / एंपीयर –मीटर होता है।


Q5. निर्वात की चुंबक सिलता का अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मात्रक लिखिए ।

Ans: न्यूटन / कूलाम²– सेकंड² या न्यूटन / एम्पीयर²


Q6. एक ऋजु रेखीय चालक में धारा से उत्पन्न चुंबकीय बल रेखाओं की प्रकृति क्या होगी?

Ans: एक ऋजु रेखिय चालक में धारा से उत्पन्न चुंबकीय बल रेखाओं की प्रकृति वृत्ताकार होगी।


Q7. आदर्श अमीटर का प्रतिरोध बताइए ।

Ans: आदर्श अमीटर का प्रतिरोध सुन्न होता है।


Q8. धारामापी को एमीअर में किस प्रकार परिवर्तित करते हैं।

Ans: समान्तर क्रम में एक लघु प्रतिरोध लगा देते हैं।






Thanks for watching ...........



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