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भारतेंदु युग के प्रमुख रचनाकारों का नाम तथा उनका जन्म

भारतेंदु युग के प्रमुख रचनाकारों का नाम तथा उनका जन्म:–



भारतेंदु युग के प्रमुख रचनाकारों का नाम तथा उनका जन्म:–


बालकृष्ण भट्ट (1844 – 1914ई.) , प्रताप नारायण मिश्र (1856 – 1894), श्रीनिवास दास(1851–1887), कार्तिक प्रसाद खत्री(1851 –1904), राधाचरण गोस्वामी(1850–1925) बद्रीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’(1855–1924), आदि।


काल का नाम                             काल


1.पूर्व भारतेन्दु युग।         13 वी शताब्दी के मध्य से 
                                            1868 ई. तक   
2. भारतेन्दु युग               वर्ष 1868 से 1900 तक
3. द्विवेदी युग।                वर्ष 1900 से 1922 तक
4. छायावादी युग।            वर्ष 1919 से 1938 तक
5. शुक्लोत्तर युग।             वर्ष 1938 से 1947 तक
6. स्वातन्त्रयोत्तर युग।        वर्ष 1947 से अब तक

भारतेन्दु युग:–


19वीं शताब्दी के मध्य मैं देश की दृष्टि सीमा पर भारतेंदु युग का प्रारंभ हुआ इसका जीवनकाल 1850–85 ई.  माना जाता है भारतेंदु ने अपनी अद्भुत प्रतिभा और महान व्यक्तित्व से वर्तमान समाज को विशिष्ट रूप से प्रभावित किया। इन्होंने पूर्व के रचनाकारों की एकंगिता और भाषा संबंधित विकारों से बचते हुए हिंदी गध का शुद्ध, कर्म बध्य और सभ्य रूप दृष्टिगोचर किया। इन्होंने संस्कृत के सरल शब्दों के प्रयोग के साथ-साथ सर्वसाधारण में प्रचलित विदेशी शब्दों का भी ग्रहण किया। देशज और तद्भव शब्द तो पहले से ही इनकी भाषा में समाहित थे ,इसके अतिरिक्त मुहावरों और कहावतों के प्रयोग से इन्होंने भारत को जीवंत अनुभव कराते हुए सजीवता का रूप दिया। उनके निरीक्षण में हिंदी साहित्य का नवीन जागरण हुआ था , साथ ही नए क्षितिज प्राप्त हुए। वे मुख्यत:  आधुनिकता के निर्माणकर्ता सिद्ध हुए। ललित साहित्य की अनेक रीतियों के अलावा उपयोगी साहित्य के तहत आने वाले विभिन्न विषयों की और भी उनकी नजर गई। यहां उन्हीं की प्रेरणा थी कि खड़ी बोली हिंदी की बाल्यावस्था में ही भूगोल, इतिहास, धर्म ,विज्ञान, पुराण ,उपन्यास ,नाटक, निबंध  पुरातत्त्व आदि विषयों में स्वयं की कलम चलाने के लिए हिंदी के रचनाकार प्रवृत्त हुए। भारतेंदु एक व्यक्त नहीं , अपितु संस्था थे । उन्होंने बहुत से रचनाकारों को जन्म दिया वह जैसे कि आप पहले रचनाकारों के नाम पर चुके हैं।







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