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ट्रांजिस्टर क्या है? प्रकार, संरचना, प्रतीक चिन्ह और npn/pnp में धारा प्रवाह | Transistor in Hindi

ट्रांजिस्टर क्या है? प्रकार, संरचना, प्रतीक चिन्ह और npn/pnp में धारा प्रवाह

✅ ट्रांजिस्टर क्या है? (What is Transistor in Hindi)

ट्रांजिस्टर एक त्रिस्तरीय अर्धचालक युक्ति है जिसमें दो pn संधियाँ होती हैं और तीन भाग होते हैं: Emitter (उत्सर्जक), Base (आधार) और Collector (संग्राहक)। यह सिग्नल को बढ़ाने या स्विच करने के लिए प्रयोग किया जाता है।


✅ ट्रांजिस्टर की संरचना (Structure of Transistor)

  • Emitter (उत्सर्जक): यह अधिक मादित क्षेत्र होता है जो बड़ी मात्रा में आवेश वाहकों को प्रदान करता है।
  • Base (आधार): यह पतला और कम मादित क्षेत्र होता है। इसका कार्य उत्सर्जक से आये आवेश को आगे भेजना है।
  • Collector (संग्राहक): यह आधार से अधिक मादित और उत्सर्जक से बड़ा होता है। यह आवेश वाहकों को संग्रह करता है।

📌 ट्रांजिस्टर के प्रकार:

  1. NPN ट्रांजिस्टर
  2. PNP ट्रांजिस्टर


📌 ट्रांजिस्टर के प्रतीक चिन्ह:

ट्रांजिस्टर का प्रतीक चिन्ह इस प्रकार दर्शाया जाता है:

  • NPN ट्रांजिस्टर: तीर बाहर की ओर (Emitter से बाहर)
  • PNP ट्रांजिस्टर: तीर अंदर की ओर (Emitter के अंदर)

✅ ट्रांजिस्टर में धारा प्रवाह (Current Flow in Transistor)

धारा प्रवाह के लिए ट्रांजिस्टर की दो संधियों को इस प्रकार बायस करना चाहिए:

  • Emitter-Base संधि: अग्र बायस (Forward Bias)
  • Base-Collector संधि: पश्च बायस (Reverse Bias)

📌 NPN ट्रांजिस्टर में धारा प्रवाह:

  1. Battery VEE की ऋण टर्मिनल से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जक से आधार की ओर बढ़ते हैं।
  2. आधार बहुत पतला और कम मादित होता है, इसलिए अधिकांश इलेक्ट्रॉन बिना टकराए संग्राहक तक पहुँचते हैं।
  3. Battery VCC के धन टर्मिनल द्वारा ये इलेक्ट्रॉन संग्राहक में खींचे जाते हैं।

इस प्रक्रिया में तीन प्रकार की धाराएँ उत्पन्न होती हैं:

  • IE (Emitter Current) – उत्सर्जक से बहने वाली कुल धारा
  • IB (Base Current) – कुछ इलेक्ट्रॉन आधार से जुड़ते हैं जिससे आधार धारा बनती है
  • IC (Collector Current) – अधिकांश इलेक्ट्रॉन संग्राहक में पहुँचते हैं

➡ किरखॉफ के अनुसार:

IE = IB + IC

चूँकि IB बहुत छोटी होती है, अत: हम सामान्यतः मानते हैं:

IE ≈ IC

📌 PNP ट्रांजिस्टर में धारा प्रवाह:

  • यहाँ धारा प्रवाह होल (धनावेश) के रूप में होता है।
  • Battery VEE के धन टर्मिनल से होल्स उत्सर्जक से आधार की ओर जाते हैं।
  • आधार से संग्राहक और VCC के ऋण टर्मिनल की ओर आकर्षित होते हैं।

यह भी उसी Kirchhoff समीकरण का पालन करता है:

IE = IB + IC


✅ निष्कर्ष (Conclusion)

ट्रांजिस्टर एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जो सिग्नल बढ़ाने, स्विचिंग, और लॉजिक गेट्स के निर्माण में प्रयोग होती है। NPN और PNP ट्रांजिस्टर दोनों ही अपनी संरचना और कार्य के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक्स में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।


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