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द्रवरागी और द्रवविरोधी कोलॉइड की परिभाषा, उदाहरण व अंतर | Lyophilic vs Lyophobic Colloids in Hindi

द्रवरागी और द्रवविरोधी कोलॉइड की परिभाषा, उदाहरण व अंतर | Lyophilic vs Lyophobic Colloids

1. द्रवरागी या द्रवस्नेही कोलॉइड (Lyophilic Colloids):

द्रवस्नेही शब्द का अर्थ है – विलायक स्नेही। ऐसे कोलॉइडी सॉल जिन्हें केवल परिक्षिप्त प्रावस्था तथा उचित परिक्षेपण माध्यम को मिलाने मात्र से तैयार किया जा सकता है, उन्हें द्रवरागी (या द्रवस्नेही) कोलॉइड

➤ उदाहरण: प्रोटीन, एन्जाइम, जिलेटिन, गोंद आदि।

➤ विशेषताएँ:

  • इनके कोलॉइडी कणों के चारों ओर विलायक की परत होती है (जलयोजन)।
  • इनका स्थायित्व अधिक होता है।
  • अवक्षेपण हेतु अधिक विद्युत अपघट्य की आवश्यकता होती है।
  • इन्हें उत्क्रमणीय कोलॉइड (Reversible colloid) भी कहा जाता है।

2. द्रवविरोधी या द्रवविरागी कोलॉइड (Lyophobic Colloids):

ऐसे कोलॉइडी सॉल जो केवल परिक्षिप्त प्रावस्था को परिक्षेपण माध्यम में मिलाकर नहीं बनते हैं, बल्कि उन्हें विशेष विधियों द्वारा तैयार करना पड़ता है, द्रवविरोधी (या द्रवविरागी) कोलॉइड

➤ उदाहरण: Gold sol, As₂O₃ sol, Fe(OH)₃ sol आदि।

➤ विशेषताएँ:

  • ये स्थायी नहीं होते हैं।
  • थोड़ी सी गर्मी, हिलाना या विद्युत अपघट्य से आसानी से स्कन्दित हो जाते हैं।
  • इन्हें अनुत्क्रमणीय कोलॉइड (Irreversible colloid) कहा जाता है।
  • इनके लिए स्थायीकारकों (Stabilising agents) की आवश्यकता होती है।

📌 द्रवरागी और द्रवविरोधी कोलॉइड में अंतर (Difference Table):

बिंदु द्रवरागी कोलॉइड द्रवविरोधी कोलॉइड
परिभाषा विलायक से स्नेह रखने वाले कोलॉइड विलायक से विरक्ति रखने वाले कोलॉइड
उत्पत्ति आसानी से बन जाते हैं विशेष विधियों द्वारा बनते हैं
स्थायित्व अधिक कम
उत्क्रमणीयता उत्क्रमणीय अनुत्क्रमणीय
उदाहरण जिलेटिन, गोंद Gold sol, Fe(OH)₃ sol

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