विद्युत चालक, कुचालक एवं विद्युत चालकों के प्रकार
विद्युत चालक (Electrical Conductors) वे पदार्थ होते हैं जिनमें से विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित हो सकती है। उदाहरण – ताँबा (Cu), चाँदी (Ag), लोहा (Fe), अम्लों, क्षारों और लवणों के जलीय विलयन।
कुचालक (Non-Conductors) वे पदार्थ होते हैं जो विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देते। उदाहरण – शुद्ध जल, बर्फ, काँच, रबर आदि।
कोई भी पदार्थ विद्युत धारा का प्रवाह केवल तभी कर सकता है जब –
- उसमें आवेश वाहक (Charge Carrier) मौजूद हो, और
- आवेश वाहकों को गति देने वाला बल उपस्थित हो।
विद्युत चालकों के प्रकार (Types of Electrical Conductors)
विद्युत चालक दो प्रकार के होते हैं:
-
धात्विक चालक (Metallic Conductors):
ये वे चालक हैं जो बिना किसी रासायनिक परिवर्तन के विद्युत धारा का संचालन करते हैं।
उदाहरण: ताँबा (Cu), एल्युमिनियम (Al), चाँदी (Ag), ग्रेफाइट।
इन्हें इलेक्ट्रॉनिक चालक (Electronic Conductors) भी कहते हैं क्योंकि इनमें मुक्त इलेक्ट्रॉनों द्वारा प्रवाह होता है। -
विद्युत-अपघटनी चालक (Electrolytic Conductors):
ऐसे पदार्थ जो जलीय विलयन या गलित अवस्था में विद्युत धारा को प्रवाहित करते हैं।
इनमें आवेश वाहक आयनआयोनिक चालक भी कहा जाता है।
विद्युत-अपघटनी चालकों के प्रकार
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प्रबल विद्युत-अपघट्य (Strong Electrolytes):
ये विलयन में लगभग पूर्णतया आयनित हो जाते हैं।
उदाहरण: NaCl, HCl, KCl, NaOH। -
दुर्बल विद्युत-अपघट्य (Weak Electrolytes):
ये आंशिक रूप से आयनित होते हैं।
उदाहरण: CH₃COOH, H₂CO₃।
विद्युत-अपघटनी विलयनों का चालकत्व (Conductance of Electrolytic Solutions)
विद्युत अपघट्य की जलीय विलयन में विद्युत धारा को प्रवाहित करने की क्षमता को विद्युत अपघटनी चालकत्व कहते हैं।
इसे C = 1/R से व्यक्त किया जाता है, जहाँ R चालक का प्रतिरोध है।
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