तरल क्या है? | तरल की परिभाषा, उदाहरण, विशेषताएँ
तरल (Liquid) पदार्थ की एक महत्वपूर्ण अवस्था है, जो ठोस और गैस के बीच की अवस्था मानी जाती है। इसे हिंदी में 'तरल' कहा जाता है और इंग्लिश में 'Liquid'।
पदार्थों का वर्गीकरण
पदार्थों को मुख्यतः दो भागों में बाँटा जाता है:
- ठोस (Solid)
- तरल (Liquid)
तरल को भी दो भागों में विभाजित किया गया है:
- द्रव (Fluid)
- गैस (Gas)
तरल की परिभाषा (Definition of Liquid in Hindi)
“वे पदार्थ जो बाह्य बल लगाने पर बह सकते हैं, उन्हें तरल कहा जाता है। जैसे: जल, पेट्रोल, गैस आदि।”
या
“वे पदार्थ जिन पर बल लगाने से उनका आकार बदल जाए और जिनमें बहने का गुण हो, उन्हें तरल कहा जाता है।”
तरल की विशेषताएँ
- तरल का निश्चित आयतननिश्चित आकार
- तरल बहने
- जिस पात्र में उन्हें रखा जाता है, वे उसका आकार ले लेते हैं।
- तरल में अणुओं के बीच आकर्षण ठोस से कम लेकिन गैस से अधिक होता है।
तरल के उदाहरण (Examples of Liquid)
- जल (Water)
- दूध (Milk)
- पेट्रोल (Petrol)
- तेल (Oil)
- शराब (Alcohol)
- गैस (Gas - तरल अवस्था में)
तरल बनाम अन्य अवस्थाएँ
गुण | ठोस | तरल | गैस |
---|---|---|---|
आकार | निश्चित | निश्चित नहीं | निश्चित नहीं |
आयतन | निश्चित | निश्चित | निश्चित नहीं |
बहाव | नहीं | हाँ | हाँ |
निष्कर्ष
तरल पदार्थ वह अवस्था है जिसमें बहाव की प्रवृत्ति होती है, ये बाहरी बल लगाने पर आकार बदल सकते हैं और जिस पात्र में रखें जाएं उसका रूप ले लेते हैं।
इसलिए यदि कोई आपसे पूछे – तरल किसे कहते हैं?
तो आप कह सकते हैं: तरल वे पदार्थ होते हैं जिनमें बहाव की प्रवृत्ति होती है और आकार निश्चित नहीं होता, जैसे – जल, दूध, तेल आदि।
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