Header Ads Widget

देहली आवृत्ति और देहली तरंग दैर्ध्य क्या है? | परिभाषा, उदाहरण व महत्त्व

देहली आवृत्ति (Threshold Frequency) :-

प्रकाश की न्यूनतम आवृत्ति जो किसी पदार्थ से प्रकाश इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन करा सके, उसे देहली आवृत्ति कहते हैं। इसे द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

देहली तरंग दैर्ध्य (Threshold Wavelength) :-

किसी धातु पर आपतित प्रकाश की वह अधिकतम तरंग दैर्ध्य जिससे उस धातु के पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित हो सके, उसे देहली तरंग दैर्ध्य कहते हैं।

इसका मान विभिन्न धातुओं के लिए भिन्न-भिन्न होता है।

महत्त्वपूर्ण बिंदु:

  • देहली आवृत्ति से कम आवृत्ति वाला प्रकाश किसी भी धातु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं करा सकता।
  • यदि प्रकाश की आवृत्ति देहली आवृत्ति से अधिक होती है, तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं।

FAQs - अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. देहली आवृत्ति किसे कहते हैं?

उत्तर: वह न्यूनतम आवृत्ति जिससे किसी धातु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित हो सकें, उसे देहली आवृत्ति कहते हैं।

Q2. देहली तरंग दैर्ध्य क्या होती है?

उत्तर: वह अधिकतम तरंग दैर्ध्य जो किसी धातु से प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन करा सके, उसे देहली तरंग दैर्ध्य कहते हैं।

Q3. क्या देहली आवृत्ति सभी धातुओं के लिए समान होती है?

उत्तर: नहीं, देहली आवृत्ति प्रत्येक धातु के लिए अलग-अलग होती है।

Q4. यदि प्रकाश की आवृत्ति देहली आवृत्ति से कम हो तो क्या होगा?

उत्तर: उस स्थिति में इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे।

Q5. देहली आवृत्ति का प्रयोग कहाँ होता है?

उत्तर: यह फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव की व्याख्या में उपयोग होता है।

Post a Comment

0 Comments