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"2967 गेहूं" की बोवाई कब तक की जाती है और इसकी पैदाइश कितनी है

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"2967 गेहूं" की बोवाई कब तक की जाती है और इसकी पैदाइश कितनी है:-


"2967 गेहूं" की बात करें तो यह भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान, करनाल द्वारा विकसित गेहूं की एक किस्म है। इसे एचडी-2967 (HD 2967) के नाम से भी जाना जाता है। 



इसके बारे में जानकारी इस प्रकार है:


विशेषताएं:-


1. उच्च ऊंचाई: लगभग 120 सेंटीमीटर

2. रोग प्रतिरोधी: पीला रतुआ, भूरा रतुआ, जंग और पत्ती झुलसा जैसी बीमारियों के प्रति सहनशीलता

3. मध्यम समय में पकना: लगभग 150-155 दिनों में कटाई के लिए तैयार

4. उपज: बहुत अच्छी उपज देती है, औसतन 45-50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर

5. गुणवत्ता: रोटी और बिस्कुट बनाने के लिए उपयुक्त

6. बुवाई का समय: 1-25 नवंबर

7. क्षेत्र: मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में उपयुक्त


लाभ:-

1. उच्च पैदावार

2. रोगों के प्रति प्रतिरोधी

3. अच्छी गुणवत्ता

4. देरी से बुवाई के लिए उपयुक्त


कुछ सावधानियां:-


1. बीज उपचार जरूरी

2. सही मात्रा में खाद और सिंचाई का ध्यान रखें

3. एचडी-2967 गेहूं भारत में सबसे अधिक उगाई जाने वाली गेहूं की किस्मों में से एक है। यह किस्म अपने उच्च पैदावार, रोग प्रतिरोधी क्षमता और अच्छी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है।


2967 गेहूं के बारे मे FAQ questions answer :-


* क्या 2967 गेहूं का बुआई 20 दिसम्बर तक किया जा सकता है?

हां, 2967 गेहूं का बुवाई 20 दिसम्बर तक किया जा सकता है। यह किस्म देरी से बुवाई के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 150-155 दिनों में कटाई के लिए तैयार होती है। इसलिए, अगर आप 20 दिसम्बर तक बुवाई करते हैं तो फसल फरवरी-मार्च में कटाई के लिए तैयार हो जाएगी।


हालांकि, देरी से बुवाई करने पर कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। जैसे कि:

a. बुवाई से पहले बीजों का उपचार करना जरूरी है। बीजों को फफूंदीनाशक और कीटनाशक से उपचारित करने से फसल को बीमारियों और कीटों से बचाया जा सकता है।

b. बुवाई के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का चयन करें।

c. बुवाई के बाद पौधों को नियमित रूप से सिंचाई करें।


अगर आप इन सावधानियों का ध्यान रखते हैं तो देरी से बुवाई के बावजूद आप अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।




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